कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को दिल्ली कांग्रेस इकाई (Delhi Congress Unit) के नेताओं के साथ आमने-सामने बैठक की। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस अपनी दिल्ली इकाई के प्रमुख को बदल सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस नेता देवेन्द्र यादव (Devendra Yadav) दिल्ली कांग्रेस के अगले प्रमुख बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं। वहीं कांग्रेस ने बुधवार को पार्टी प्रवक्ता अलका लांबा (Alka Lamba) के उस बयान से खुद को अलग कर लिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सबसे पुरानी पार्टी अगले साल दिल्ली की सभी 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। दिल्ली के कांग्रेस नेताओं ने लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Election) की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक की और संगठन को मजबूत करने के तरीकों और साधनों पर चर्चा की। सूत्रों ने बताया कि बैठक में मौजूद पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व पार्टी प्रमुख राहुल गांधी ने पार्टी नेताओं से एकजुट रहने और लोगों से जुड़े रहने को कहा।
बैठक के बाद लांबा ने कहा कि उन्हें दिल्ली की सभी सात लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने का आदेश दिया गया है। अलका लांबा के बयान पर बोलते हुए कांग्रेस नेता अनिल भारद्वाज ने कहा, "अलका लांबा इस मामले पर बोलने के लिए अधिकृत नहीं हैं। पार्टी केंद्रीय नेतृत्व के साथ दिल्ली के नेताओं की आज की बैठक में I.N.D.I.A गठबंधन पर कोई चर्चा नहीं हुई।" कांग्रेस के इस बयान को डैमेज कंट्रोल के तौर पर देखा जा रहा है। दरअसल, लांबा के बयान के तुरंत बाद आम आदमी पार्टी ने कहा था कि, अगर लांबा ने दिल्ली की सभी सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है तो I.N.D.I.A की आगामी बैठक में शामिल होने का कोई मतलब नहीं है।
अलका लांबा की दिल्ली चुनाव संबंधी टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए AAP नेता विनय मिश्रा ने कहा, "अगर कांग्रेस इसी तरह बयान देती रही तो भारत-इंडिया गठबंधन का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। कांग्रेस को अपना रुख स्पष्ट करने की जरूरत है।" आप के एक अन्य नेता सोमनाथ भारती ने कहा, "हर किसी को यह महसूस करना चाहिए कि हमें अपनी महत्वाकांक्षाओं को एक तरफ रखकर देश और संविधान के बारे में सोचना चाहिए।" आप नेता दिलीप पांडे ने कहा, "चूंकि कांग्रेस (2024 लोकसभा) चुनावों के लिए दिल्ली में कोई गठबंधन करने को तैयार नहीं है, इसलिए मुझे लगता है कि उस I.N.D.I.A. गठबंधन का हिस्सा बनने का कोई मतलब नहीं है, जो लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए है।"