NEW DELHI: केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर शुक्रवार ने भारतीय जन संचार संस्थान (IIMC) में भारतीय सूचना सेवा ग्रुप ‘A’ के प्रशिक्षु अधिकारियों के समापन समारोह में हिस्सा लिया। इस अवसर पर पत्र सूचना कार्यालय के प्रधान महानिदेशक श्री राजेश मल्होत्रा, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के संयुक्त सचिव श्री संजीव शंकर, IIMC के महानिदेशक प्रो. (डॉ.) संजय द्विवेदी और अपर महानिदेशक श्री आशीष गोयल समेत वर्ष 2018, 2019 और 2020 बैच के भारतीय सूचना सेवा (IIS) के 52 प्रशिक्षु अधिकारी भी उपस्थित रहे। समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में विचार व्यक्त करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि,”बेहतर कम्युनिकेशन, सरकार और लोगों के बीच दूरी घटाने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे लोगों में सरकार के प्रति विश्वास जागता है और निर्णय लेने की प्रक्रिया में उनकी भागीदारी बढ़ती है।”
समारोह को संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने सबसे बड़ा वार किया फेक न्यूज़ फैलाने वालों पर। अनुराग ठाकुर ने बताया कि कैसे फेक न्यूज़ वायरस की तरह घातक है। उन्होंने कहा कि…
''फेक न्यूज पर लगाम लगाने के लिए 'फैक्ट चैक' बेहद महत्वपूर्ण है। दुनिया का सबसे खतरनाक वायरस फर्जी सूचनाएं हैं। लोकतंत्र को सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति तक सही जानकारियां पहुंचाना महत्वपूर्ण है।''
अनुराग ठाकुर ने कहा कि, ‘फेक न्यूज के युग में लोगों तक सही जानकारी पहुंचाने की जिम्मेदारी भारतीय सूचना सेवा के अधिकारियों की है। सही सूचना के प्रयोग से आम आदमी किसी भी विषय पर सही निर्णय ले सकता है। इसलिए मीडिया और सोशल मीडिया के बदलते समय में सरकारी सूचना तंत्र के अधिकारियों को यह तय करना है जनता तक सही जानकारी पहुंचे।’ अनुराग ठाकुर के अनुसार ब्रेकिंग न्यूज के इस दौर में एक शब्द अत्यंत प्रचलित हुआ है और उसके अनेक परिणाम और दुष्परिणाम भी देखने को मिले हैं। ये शब्द है ‘इन्फोडेमिक’। आम बोलचाल की भाषा में इसे ‘सूचनाओं का विस्फोट’ कहा जा सकता है। ऐसे समय में IIS अधिकारियों की जिम्मेदारी है कि वो सिर्फ सूचनाओं को ही जनता तक न पहुंचाएं, बल्कि उनमें वैल्यू एडिशन भी करें, ताकि मीडिया उन सूचनाओं को प्राथमिकता से प्रसारित करे।
प्रभावशाली कम्युनिकेशन के महत्व को रेखांकित करते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्री ने कहा कि सूचना एक शक्ति की तरह है, जिसका इस्तेमाल भारत के हित में, लोकतंत्र को मजबूती देने और लोगों के सशक्तीकरण में करने का प्रयास करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि आप सरकार की विभिन्न योजनाओं के बारे में आम जनता को उनकी भाषा में सूचित करते हैं, तो उसका प्रभाव बेहतर और लंबे वक्त तक रहता है।