अतीक-अशरफ हत्याकांड (Atique Ashraf Murder Case) और असद अहमद (Asad Ahmed) के एनकाउंटर के बाद से ही लेडी डॉन शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) के सरेंडर (surrender) की खबरें आ रही हैं। लेकिन अब तक ना तो उसने सरेंडर किया है और ना ही यूपी पुलिस उसे खोज पाई है। इस बीच अतीक-अशरफ हत्याकांड को लेकर देश के अलग-अलग हिस्सों में मुस्लिम समुदाय (muslim community) के लोगों का रोष सामने आने लगा है। अतीक (atique)के गुनाहों के बारे में जानते-समझते हुए भी नेता से लेकर आम लोग उसके पक्ष में खड़े हो रहे हैं।
माफिया अतीक अहमद के पक्ष में नारेबाज़ी
पटना में माफिया अतीक अहमद (Atique Ahmed) के समर्थन में नारे लगे। पटना जंक्शन के पास एक मस्जिद में नमाज के बाद ‘अतीक अमर रहे’ के नारे (Atique Amar Rahe slogans after Namaz) लगाए गए। जानकारी के मुताबिक पटना जंक्शन के पास मस्जिद में नमाज के बाद जब लोग निकल रहे थे, तब वहां कुछ यूट्यूबर्स ने अतीक अहमद और अशरफ हत्याकांड पर उनसे राय मांगी। इस दौरान कुछ लोग ‘अतीक अहमद अमर रहे’ के नारे लगाने लगे।
इमरान मसूद को शाइस्ता की हत्या का डर
बीएसपी नेता और पश्चिमी यूपी के को-ऑर्डिनेटर इमरान मसूद (imran masood) ने शाइस्ता परवीन के लिए सहानुभूति जाहिर की है। इतना ही नहीं पीएम मोदी के खिलाफ विवादित टिप्पणी करने वाले इमरान मसूद ने अतीक-अशरफ हत्याकांड के बाद शाइस्ता परवीन और उसके बेटों की हत्या की भी आशंका जता दी। जबकि खबरों के मुताबिक शाइस्ता परवीन के लिए कौशाम्बी के मंझनपुर में शाइस्ता (Shaista Parveen) के लिए नमाज़ (Namaz for Shaista) पढ़ी गई। लाउडस्पीकर पर इस बाबत ऐलान करने की भी खबरें आईं।
शाइस्ता परवीन का बिना बुर्के वाला वीडियो
शाइस्ता(Shaista Parveen) और पुलिस के बीच जारी चूहे-बिल्ली के खेल में एक नया वीडियो सामने आया। इसमें शाइस्ता बिना बुर्के के नजर आ रही है। बताया जा रहा है कि ये वीडियो उमेश पाल हत्याकांड से पहले का है। वीडियो में शाइस्ता परवीन बिना बुर्के के दिख रही है। वो एक शादी समारोह में खाना खाते नजर आ रही है। शाइस्ता परवीन के इससे पहले जो भी वीडियो सामने आए हैं उनमें वो बुर्का पहने हुए है। किसी भी वीडियो में उसका चेहरा नजर नहीं आया। ये पहला वीडियो है जिसमें शाइस्ता का चेहरा साफ-साफ दिख रहा है।
शाइस्ता परवीन की कहानी
- एक पुलिसकर्मी के परिवार में जन्मी परवीन 1996 में एक गैंगस्टर से शादी करने से पहले एक साधारण महिला थीं।
- शाइस्ता परवीन के पिता मोहम्मद हारून एक कांस्टेबल थे।
- शाइस्ता परवीन प्रयागराज के दामूपुर गांव की रहने वाली है।
- शाइस्ता परवीन 4 बहनों और 2 भाइयों में सबसे बड़ी है।
- शाइस्ता के 5 बेटे हैं। उनमें से एक असद था, जो पुलिस एनकाउंटर में मारा गया।
- शाइस्ता परवीन पढ़ी-लिखी महिला है। वो ग्रेजुएशन पूरी कर चुकी है। वो प्रयागराज के हिम्मतगंज में किदवई गर्ल्स इंटर कॉलेज में पढ़ती थी।
- शाइस्ता को अपने पति से अतीक अहमद से राजनीतिक विरासत मिली, लेकिन वो 2021 में असदुद्दीन ओवैसी की AIMIM में शामिल हो गई।
- शाइस्ता इस साल जनवरी में मायावती की BSP में शामिल हो गई। वह प्रयागराज मेयर चुनाव के लिए बसपा से टिकट पाने की उम्मीद कर रही थी।
- हालांकि उमेश पाल हत्याकांड के बाद बसपा ने शाइस्ता को टिकट देने की अटकलों को खारिज कर दिया था।
- उत्तर प्रदेश पुलिस अभी तक परवीन को ढूंढ नहीं पाई है। शाइस्ता पर 50,000 रुपये का इनाम है।
- वो 24 फरवरी को हुई उमेश पाल की हत्या की भी आरोपी है, जो 2005 के राजू पाल हत्याकांड का गवाह था।
- उमेश पाल मामले में पहली बार किसी अपराध में अभियुक्त के रूप में नामजद परवीन पर मामला दर्ज किया गया था। ये उसके पति का प्रभाव था जिसने उसे पुलिस कार्रवाई से बचाए रखा।
- इससे पहले, उसने 27 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा था जिसमें उसने आशंका जताई थी कि एक मंत्री के आदेश पर पुलिस उसके पति और देवर को मारने की योजना बना रही थी।