कर्नाटक चुनाव (Karnataka Election)के लिए कांग्रेस ने अपना घोषणापत्र (Congress Manifesto) जारी कर दिया है, जिसको लेकर बवाल मच गया है। दरअसल घोषणापत्र (Manifesto) में कांग्रेस (Congress) ने बजरंग दल (Bajrang Dal) की तुलना देशद्रोही और प्रतिबंधित PFI से की है। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में कहा है कि बजरंग दल, पीएफआई और ऐसे ही ‘नफरत पैदा करने वाले’ अन्य संगठनों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। ऐसे संगठनों से बजरंग दल ((Bajrang Dal) ) की तुलना करने पर हिन्दू सगंठन भड़क उठे हैं।
विश्व हिंदू परिषद (Vishwa Hindu Parishad) के अंतरराष्ट्रीय महासचिव सुरेंद्र जैन (International General Secretary Surendra Jain) ने कहा कि कांग्रेस का बजरंग दल की तुलना प्रतिबंधित पीएफआई से करना दुर्भाग्यपूर्ण है। इस चुनौती का हर लोकतांत्रिक तरीके से जवाब दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की जनता इसे स्वीकार नहीं करेगी।
असम (Assam)के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma)ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का घोषणापत्र दिखाता है कि ये पूर्ण रूप से मुस्लिम कट्टरपंथियों का घोषणापत्र (Manifesto of Muslim fundamentalists) है। अगर जिन्ना जिंदा होते तो भी ऐसा घोषणापत्र नहीं बनाते। कांग्रेस एक मुस्लिम कट्टरपंथी पार्टी बन गई है। देश के गृह मंत्री ने पीएफआई पर प्रतिबंध (ban on PFI) लगाया था और अब कांग्रेस कह रही है कि वो बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाएंगे।