मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक नशे में धुत्त व्यक्ति को एक आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब (urinating on a tribal man) करते हुए कैमरे में कैद किया गया है। इस कृत्य का वीडियो वायरल हो गया है, जिसने राज्य में राजनीतिक विवाद भी पैदा कर दिया है क्योंकि वो व्यक्ति कथित तौर पर बीजेपी से जुड़ा हुआ है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने इस कृत्य की निंदा की और आदेश दिया कि उस व्यक्ति पर कड़े राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी। लेकिन, विपक्षी कांग्रेस (Congress) ने कहा है कि ये घटना मध्य प्रदेश में मौजूदा सरकार के तहत आदिवासियों (Tribals) के खिलाफ किए जा रहे अत्याचारों का सबूत है।
वीडियो में कथित तौर पर सीधी के भाजपा विधायक केदारनाथ शुक्ला (Kedarnath Shukla) के प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला (Pravesh Shukla) को बैठे हुए व्यक्ति के चेहरे, बालों और गर्दन पर पेशाब करते हुए, सिगरेट पीते देखा जा सकता है। ये घटना नौ दिन पहले जिले के कुबरी गांव में हुई और वीडियो अब वायरल हो गया है। जबकि कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें प्रवेश को केदारनाथ शुक्ला और रीवा के बीजेपी (BJP) विधायक और पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला के साथ दिखाया गया है। लेकिन पार्टी ने उसके साथ किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया है। केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि, "मैं उसे जानता हूं क्योंकि वो मेरे निर्वाचन क्षेत्र से है, लेकिन वो मेरा प्रतिनिधि या बीजेपी कार्यकर्ता नहीं हैं।"
पुलिस ने कहा कि प्रवेश, जिस पर NSA और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत आरोप लगाया गया है, फरार है और उसका पता लगाने के लिए टीमों का गठन किया गया है। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि, ''सीधी जिले का एक वायरल वीडियो मेरे संज्ञान में आया है... मैंने प्रशासन को निर्देश दिया है कि दोषी को गिरफ्तार कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून भी लगाया जाए।''
मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ (Kamal Nath) ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस घटना ने पूरे राज्य को शर्मसार कर दिया है। उन्होंने कहा कि, "आदिवासी समुदाय के किसी सदस्य के खिलाफ इस तरह के अश्लील और घृणित कृत्य का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं है। अपराध करने वाला व्यक्ति भाजपा से बताया जाता है।" वहीं पुलिस उपमहानिरीक्षक (रीवा रेंज) मिथिलेश शुक्ला ने कहा कि, "वीडियो कुबरी गांव का बताया जा रहा है। बेहरी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है और प्रवेश शुक्ला को पकड़ने के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं।"
प्रवेश शुक्ला के चाचा ने 1 जुलाई को सीधी में स्थानीय पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें कहा गया कि प्रवेश 29 जून से लापता था। शिकायत में, चाचा का कहना है कि उन्हें आशंका है कि प्रवेश कोई अपराध कर सकता है, कुछ लोगों द्वारा एससी/एसटी एक्ट के तहत झूठे मामले में फंसाने के लिए आत्महत्या का फर्जी वीडियो बनाया गया है। वहीं पीड़ित शख्स ने सोमवार को एक शपथ पत्र भी तैयार किया है जिसमें कहा गया है कि वीडियो फर्जी है और प्रवेश को झूठे मामले में फंसाने के लिए फिल्माया गया था। सूत्रों ने कहा कि कथित तौर पर दबाव में तैयार किया गया हलफनामा अभी तक कहीं भी जमा नहीं किया गया है।