छेड़खानी (molestation) का विरोध करना दिल्ली विश्वविद्यालय (Delhi University) के छात्र निखिल चौहान (Nikhil Chauhan) को भारी पड़ा। उसे जान गंवाकर इस विरोध की कीमत चुकानी पड़ी। मामला 18 जून का है। बीए फर्स्ट ईयर के छात्र निखिल की गर्लफ्रेंड (Girl Friend) को दिल्ली विश्वविद्यालय (DU) ही एक छात्र परेशान कर रहा था। पिछले रविवार को उसने निखिल की गर्लफ्रेंड को चांटा मार दिया था। तब इस बात को लेकर निखिल और उस छात्र के बीच झगड़ा हुआ। कथित रूप से निखिल ने उस छात्र की पिटाई (Beat) भी की थी।
एक हफ्ता बीत जाने के बाद आरोपी छात्र अपने चार साथियों के साथ आया और निखिल से उलझ गया। रविवार (18 जून) को उसने कॉलेज के बाहर निखिल की पिटाई करनी शुरु कर दी। इससे भी उसके अंदर बदले की भावना कम नहीं हुई, तो उसने निखिल के सीने पर चाकू से वार (stabbed with a knife) कर दिया। लहूलुहान निखिल ज़मीन पर गिर पड़ा, जबकि हमलावर छात्र मौके से फरार हो गया। दूसरे छात्रों ने निखिल को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
19 साल के निखिल चौहान की निर्मम हत्या से उसका परिवार पूरी तरह टूट चुका है। माता-पिता के आंसू रोके नहीं रुक रहे। लेकिन, मातम के बीच उनकी सिर्फ एक ही फरियाद है, हत्यारों को फांसी की सज़ा दी जाए।
निखिल चौहान की हत्या के मामले में पुलिस को CCTV फुटेज मिला है। जिसके आधार पर पुलिस एक्शन ले रही है।पुलिस ने अब तक दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके नाम राहुल और हारून बताए जा रहे हैं। पुलिस का दावा है कि दो अन्य आरोपियों की भी पहचान कर ली है, जिन्हें गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है।