पलामू के पनकी क्षेत्र में आगामी शिवरात्रि के लिए एक जगह पर तोरण द्वार बनाने को लेकर दो गुटों में हुए विवाद के बाद तनाव खड़ा हो गया। पुलिस के मुताबिक, स्थिति को नियंत्रित करने के लिए 100 से ज्यादा जवानों को तैनात किया गया है। पथराव की घटनाएं भी सामने आई हैं। तहसी, पिपराटांड़, लेस्लीगंज समेत कई थानों के कई अधिकारी भी पनकी पहुंच चुके हैं। पुलिस के मुताबिक, पनकी इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है और सोशल मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी गई है। झारखंड सरकार के गृह विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया कि 16 फरवरी के शाम चार बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रखें।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्थानीय हिंदू 18 फरवरी को मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि के लिए भगत सिंह चौक पर स्वागत द्वार बना रहे थे। इस दौरान वहां के मुस्लिम समुदाय के लोगों ने इस द्वार के निर्माण का विरोध किया। पहले तो दोनों पक्षों में कहासुनी हुई, जो बाद में मारपीट और पथराव में बदल गई। घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। वायरल वीडियो में एक चौराहे के दोनों तरफ लोग जमा होते नजर आ रहे हैं। कुछ लोग हाथों में लाठी व अन्य हथियार लिए भी नजर आए। वीडियो में मौके पर मौजूद एक शख्स को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘प्रशासन कुछ नहीं कर पा रहा है।’ वीडियो में कहीं दूर सायरन की आवाज भी सुनी जा सकती है। मौके पर काफी पत्थर के साथ कुछ क्षतिग्रस्त वाहन भी देखे जा सकते हैं।
हमले में पेट्रोल बम के इस्तेमाल की भी खबरें आ रही हैं। अब तक 6 पुलिसकर्मियों समेत करीब एक दर्जन लोग घायल बताए जा रहे हैं। पलामू आईजी के मुताबिक, सुबह करीब नौ बजे मस्जिद के सामने स्वागत द्वार लगाने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। आईजी ने कहा कि जांच के बाद ही पेट्रोल बम विस्फोट की पुष्टि हो सकती है लेकिन उन्होंने पुष्टि की कि पथराव हुआ था।