LUCKNOW: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के SC/ST कोर्ट में ताबड़तोड़ गोलियां चलीं और गैंगस्टर संजीव माहेश्वरी जीवा (Sanjeev Jiva) को मौत के घाट उतार दिया गया। अदालत परिसर के अंदर हुए इस गोलीकांड से इलाके में सनसनी फैल गई। दरअसल, लखनऊ के कैसरबाग में SC/ST कोर्ट के गेट पर अज्ञात बदमाश वकीलों के वेश में आए और ताबड़तोड़ फायरिंग करने लगे। उन्होंने संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि, हमलावरों की फायरिंग में एक बच्ची को भी गोली लग गई।
गैंगस्टर जीवा की पत्नी ने जताई थी हत्या की आशंका
खबरों के मुताबिक जीवा की सुरक्षा में साथ चल रहे दो सिपाहियों को भी गोली लगी। वहीं कुख्यात गैंगस्टर संजीव जीवा के हत्यारे की पहचान जौनपुर के रहने वाले विजय यादव (Vijay Yadav) के रूप में हुई है। उसे मौका-ए-वारदात से गिरफ्तार कर लिया गया। 19 साल के विजय यादव ने किसके इशारे पर इस शूटआउट को अंजाम दिया इसकी जांच की जा रही है। पुलिस इस मामले की छानबीन में जुटी है। गैंगस्टर संजीव की पत्नी पायल महेश्वरी ने कुछ दिन पहले ही पति की हत्या की आशंका जताई थी। यही नहीं राष्ट्रीय लोकदल के टिकट पर 2017 में विधानसभा चुनााव लड़ चुकी पायल महेश्वरी ने पुलिस से सुरक्षा भी मांगी थी।
बुलेट प्रूफ जैकेट में नहीं था संजीव जीवा
मुख़्तार अंसारी के शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा को जब भी पेशी पर लाया जाता था तो भारी सुरक्षा व्यवस्था और ‘बुलेटप्रूफ जैकेट’ में लाया जाता था। साल 2019 में संजीव उर्फ़ जीवा लखनऊ से मुज़फ्फरनगर कोर्ट बुलेट प्रूफ जैकेट में ले जाया गया था। लेकिन इस बार जीवा ने बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं पहना था। ऐसे में तरह-तरह कयास लगाए जा रहे हैं। वहीं यूपी पुलिस इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवा रहा है। संजीव जीवा का पोस्टमॉर्टम किया गया है। पोस्टमॉर्टम की वीडियोग्राफी भी कराई गई है।
मुख्तार अंसारी का करीबी शूटर था संजीव जीवा
संजीव जीवा कृष्णानंद राय (Krishnanand Rai) हत्याकांड में आरोपी था, वो मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) का करीबी बताया जाता है। लेकिन, जिस तरह संजीव जीवा को दिनदहाड़े कोर्ट कैंपस में गोली मारी गई उससे हड़कंप मच गया। प्रयागराज हत्याकांड के बाद इस हत्याकांड से पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे। वकीलों का गुस्सा फूट पड़ा। वकील धरने पर बैठ गए। जबकि समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एक बार फिर उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को खराब बताते हुए कहा कि पुलिस की कस्टडी में लगातार हत्याएं हो रही हैं। वहीं लखनऊ में हुए इस गोलीकांड पर यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य (Keshav Prasad Maurya) ने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा।
गैंगस्टर संजीव जीवा की ‘क्राइम फाइल्स’
संजीव जीवा बीजेपी नेता ब्रह्मदत्त दिवेदी की हत्या का आरोपी था। इसके अलावा वो कई दूसरे मामलों में अभियुक्त था। कोर्ट परिसर में जिस संजीव जीवा की हत्या की गई, वो जुर्म की दुनिया का एक कुख्यात अपराधी था।
- जीवा मुजफ्फरनगर का रहने वाला था और यहां उसके नाम की दहशत थी।
- संजीव जीवा पश्चिमी यूपी का एक खूंखार अपराधी था।
- वो जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर था।
- हालांकि, वो लंबे अर्से तक मुन्ना बजरंगी गैंग और भाटी गैंग में भी शामिल रहा।
- जीवा का नाम 10 फरवरी 1997 को हुई बीजेपी के कद्दावर नेता ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या में सामने आया था
- इस केस में जीवा को उम्रकैद की सजा भी सुनाई गई थी
- इसके बाद जीवा का नाम कृष्णानंद राय हत्याकांड में भी आया।
- हालांकि कुछ सालों बाद मुख्तार और जीवा को साल 2005 में हुए कृष्णानंद राय हत्याकांड में कोर्ट ने बरी कर दिया
- संजीव जीवा कुछ दिनों से लखनऊ की जेल में बंद था और कहा जाता है कि यहीं से ऑपरेट करता था
- पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, जीवा पर 22 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हुए। इनमें से 17 मामलों में वो बरी हो चुका था