MAHARASHTRA: महाराष्ट्र की राजनीति में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला। शरद पवार (Sharad Pawar) की पार्टी NCP टूट गई। ढाई साल तक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को भंवर में फंसा कर रखने वाले अजित पवार ने आखिरकार अपना दांव चल ही दिया। विधानसभा में विपक्ष के नेता पद से इस्तीफे की पेशकश करने वाले शरद पवार के भतीजे अजित पवार (Ajit Pawar) शिंदे सरकार में शामिल हो गए। अजित पवार ने बतौर उपमुख्यमंत्री (Deputy CM) शपथ ले ली। उनके साथ 18 विधायकों ने भी शिंदे सरकार (Shinde Govt) का दामन थाम लिया। इनमें से 9 को मंत्री बनाया गया है।
एनसीपी नेता अनिल पाटिल (Anil Patil) ने मंत्रीपद की शपथ ली है। छगन भुजबल ने भी मंत्री पद की शपथ ली। छगन भुजबल के बाद दिलीप वलसे पाटिल ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इनके अलावा धर्मराव अत्राम, सुनील वलसाड और हसन मुश्रीफ ने भी शपथ ली है। धनंजय मुंडे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। जबकि महिला विधायक अदिति तटकरे ने भी शपथ ली। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि, अब हमारे पास 1 मुख्यमंत्री और 2 उपमुख्यमंत्री हैं। डबल इंजन सरकार अब ट्रिपल इंजन बन गई है। महाराष्ट्र के विकास के लिए अजित पवार और उनके नेताओं का स्वागत है। महाराष्ट्र को मजबूत करने में अजित पवार का अनुभव मदद करेगा। वहीं अजित पवार के गुट ने दावा है कि उनके पास 40 NCP विधायकों का समर्थन है। शपथ लेने के बाद अजित पवार ने कहा कि कुच और मंत्री में सरकार में शामिल होंगे।, मंत्रीमंडल का विस्तार किया जा सकता है। अजित पवार ने कहा कि मोदी के खिलाफ विपक्ष एकजुट नहीं बल्कि बिखरा हुआ है। उन्होंने मोदी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उनके शासन में विकास का बहुत काम हुआ है। जिस दौरान वो पत्रकारों से बात कर रहे थे, उस वक्त शरद पवार के विश्वासपात्र रहे प्रफुल्ल पटेल भी उनके साथ थे।
सूत्रों के मुताबिक NCP के महाराष्ट्र प्रमुख के तौर पर काम करने का मौका नहीं दिए जाने के बाद से ही अजित पवार नाराज़ चल रहे थे। इसके बाद अजित पवार ने अपने आवास पर विधायकों की बैठक बुलाई। इस बैठक में प्रफुल्ल पटेल और सुप्रिया सुले भी शामिल हुए। हालांकि, बाद में सुप्रिया सुले बैठक छोड़कर चली गईं। शरद पवार ने कहा कि अजित पवार को बैठक बुलाने का अधिकार है। वहीं सुप्रिया सुले (Supriya Sule) के बारे में कहा गया कि उनका पहले से ही पुणे जाने का कार्यक्रम था।
इसी साल अप्रैल में अजित पवार ने कहा ता कि वो मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं। उन्होंने ये भी कहा था कि इसके लिए 2024 का इंतज़ार क्यों करना, वो अभी भी सीएम पद के दावेदार हैं। वहीं शिवसेना (ShivSena UBT) के संजय राउत (Sanjay Raut) ने दावा किया था कि अजित पवार बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। इसके बाद से ही अजित पवार के एनसीपी से कन्नी काटने की आशंका जताई जाने लगी थी।