दिल्ली, बेंगलुरु और मुंबई जैसे सभी प्रमुख शहरों में पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) की कीमतें लोगों को परेशान कर रही हैं। गाड़ी की टंकी फुल करवाने में लोगों के पसीने छूट रहे हैं। लेकिन, केंद्र सरकार जनता को बड़ी राहत दे सकती है। बहुत जल्द एक खुशखबरी मिल सकती है। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी (Union Road Transport Minister Nitin Gadkari) ने कहा है कि, अगर परिवहन (Transportation) के मामले में कुछ शर्तें पूरी की जाती हैं, तो देश में ईंधन की कीमतें 15 रुपए प्रति लीटर से कम हो सकती हैं। नितिन गडकरी ने कहा कि, ये स्थिति वास्तविकता बन सकती है अगर ईंधन पर निर्भरता कम हो जाए और लोग अपने वाहनों को चलाने के लिए बिजली (Electricity) और इथेनॉल (Ethanol) पर थोड़ा अधिक निर्भर रहें।
राजस्थान (Rajasthan) में जनता को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा कि, ''अगर 60% इथेनॉल और 40% बिजली का औसत लिया जाए तो पेट्रोल 15 रुपये प्रति लीटर की दर से मिलेगा और लोगों को फायदा होगा। प्रदूषण और आयात कम होगा। आयात 16 लाख करोड़ रुपये का है, ये पैसा बदले में किसानों के घर जाएगा।'' सरकार के दृष्टिकोण पर जोर देते हुए नितिन गडकरी ने देश के किसानों की सराहना की और कहा कि वो अन्नदाता और ऊर्जादाता दोनों हैं। उन्होंने कहा कि, ''हमारी सरकार का मानना है कि किसान ना केवल अन्नदाता बनें, बल्कि ऊर्जादाता भी बनें, सभी वाहन अब किसान द्वारा उत्पादित इथेनॉल पर चलेंगे।''
पिछले नौ वर्षों में केंद्र सरकार (Central Government) की उपलब्धियों को उजागर करने के लिए राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले (Pratapgarh) में एक सार्वजनिक बैठक में बोलते हुए गडकरी ने कांग्रेस पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, गरीबी हटाने के नाम पर, कांग्रेस नेताओं ने अपनी गरीबी खत्म कर ली। साथ की गडकरी ने ये भी कहा कि, "ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का टर्नओवर 7.55 लाख करोड़ रुपये है और इस सेक्टर में साढ़े चार करोड़ लोगों को नौकरियां मिली हैं। ये इंडस्ट्री सरकार को सबसे ज्यादा GST देती है। हमने तय किया है कि हम इस इंडस्ट्री को 15 लाख करोड़ रुपये का बनाएंगे।" उन्होंने कहा कि, उद्योग दस करोड़ नौकरियां पैदा करेगा