मणिपुर (Manipur) में हिंसा का दौर थमा नहीं है। गुरुवार की सुबह गोलीबारी की घटना सामने आई। सुबह के करीब 6 बजे मणिपुर के हरओठेल गांव (Haraothel) में कुछ अज्ञात बंदूकधारियों ने गोलीबारी कर दी। जिसके बाद सुरक्षाबलों को मोर्चा संभालना पड़ा। सुरक्षाबलों की जवाबी कार्रवाई के बाद मामला शांत हो गया। लेकिन, हिंसा की आग अब भी अंदर ही अंदर धधक रही है। 3 मई से भड़की जातीय हिंसा (Ethnic Violence) में अबतक 100 से ज़्यादा लोगों की जान जा चुकी है, जबकि हज़ारों लोग अपना घर-बार छोड़कर जाने को मजबूर हुए हैं।
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हिंसा के बीच राहुल गांधी के मणिपुर दौरे पर हंगामा
मणिपुर में हिंसा (Violence) को रोकने के लिए राज्य और केंद्र सरकार (Central Government) एड़ी चोटी का ज़ोर लगा रही है। लेकिन, हिंसा की आग में सियासी रोटी सेंकने का दौर भी जारी है। मणिपुर का हाल जानने के बहाने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी राज्य में अपनी पार्टी की मौजूदगी दर्ज कराने पहुंचे।
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हालांकि, राहुल गाांधी (Rahul Gandhi) के काफिल को मणिपुर पुलिस ने राजधानी इंफाल (Imphal) से 20km दूर बिष्णुपुर (Bishnupur) में रोक दिया। दो दिन के दौरे पर मणिपुर पहुंचे राहुल गांधी इंफाल से चुराचांदपुर के लिए रवाना हुए थे। राहुल गांधी विस्थापितों से मिलने के लिए राहत शिविरों का दौरा करना चाहते थे। लेकिन उन्हें वापस लौटना पड़ा।
राहुल गांधी को रोकने पर गदर, पुलिस की बढ़ी टेंशन
राहुल गांधी के काफिले के रोके जाने के खिलाफ पार्टी कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाएं सड़क पर बैठ गईं और मणिपुर पुलिस के खिलाफ नारेबाज़ी करने लगीं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों ने पुलिस की बैरेकेडिंग भी तोड़ दी। जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। लोगों की रोकने के लिए आंसू गैस के गोले भी दागे गए। कांग्रेस के ट्वीट किया कि, राहुल गांधी शांति और मोहब्बत का पैगाम लेकर मणिपुर पहुंचे हैं। इस बात से तानाशाह डरा हुआ है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे का बीजेपी पर हमला
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी राहुल गांधी के काफिले को रोके जाने का विरोध किया। उन्होंने कहा कि, पीएम मोदी ने मणिपुर पर अपनी चुप्पी तोड़ने की जहमत नहीं उठाई है. उन्होंने राज्य को अपने हाल पर छोड़ दिया है। अब, उनकी डबल इंजन वाली विनाशकारी सरकारें राहुल गांधी की दयालु पहुंच को रोकने के लिए निरंकुश तरीकों का इस्तेमाल कर रही हैं। ये पूरी तरह से अस्वीकार्य है और सभी संवैधानिक और लोकतांत्रिक मानदंडों को तोड़ता है। मणिपुर को शांति की जरूरत है, टकराव की नहीं।”
बोली बीजेपी…सियासत के लिए हिंसा की आग भड़काना गलत
राहुल गांधी के मणिपुर दौरे को बीजेपी ने गैर जिम्मेदाराना रवैया बताया। बीजेपी ने इसे कांग्रेस का सियासी दांव करार दिया। साथ ही बीजेपी ने कहा कि, राहुल गांधी के मणिपुर जाने से पहले वहां की ऑल मणिपुर स्टूडेंट यूनियन ने राहुल गांधी के विजिट को बायकॉट करने की मांग की है। कई सिविल सोसायटीज़ ने भी आह्वान किया था कि राहुल गांधी मणिपुर न आयें और यहां चिंगारी भड़काने का काम ना करें। पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए राहुल गांधी और कांग्रेस पर ज़िद की राजनीति करने का आरोप लगाया।