लखनऊ कोर्ट गोलीकांड मामले में रोज़ नए खुलासे हो रहे हैं। सूत्रों का दावा है कि पूछताछ के दौरान गैंगस्टर संजीव जीवा (Sanjeev Jeeva) को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी विजय यादव (Vijay Yadav) ने कई अहम राज़ से पर्दा उठाया है। संजीव जीवा की हत्या के आरोपी विजय यादव ने पुलिस को बताया है कि, उसे जीवा की हत्या के लिए 20 लाख रुपये देने का वादा किया गया था। उसे 5,000 रुपये मिल भी गए थे। जबकि बाकी की राशि का भुगतान काम खत्म होने के बाद किया जाना था।
सूत्रों के मुताबिक विजय यादव जीवा को नहीं पहचानता था। उसे जीवा की फोटो दी गई थी। पुलिस को शक है कि जीवा की हत्या में उसके कुछ करीबी भी शामिल हैं। इन्हीं करीबी दोस्तों ने ही गर्मी का हवाला देकर जीवा को बुलेटप्रूफ जैकेट नहीं पहनने दी। जीवा जब कोर्ट में पेश होता था तो बुलेटप्रूफ जैकेट (bulletproof jacket) पहनता था। सूत्रों की मानें तो, विजय मुंबई में था। उसे जौनपुर बुलाया गया और जीवा को मारने की सुपारी दी गई। वो जौनपुर से बहराइच गया। विजय ने बताया है कि उसे बहराइच में ही चेक गणराज्य में बना रिवाल्वर (Czech-made revolver) दिया गया था।
संजीव जीवा का अंतिम संस्कार (last rites) गुरुवार, 8 जून को किया गया। गैंगस्टर जीवा के अंतिम संस्कार में उसकी पत्नी पायल माहेश्वरी (Payal Maheshwari) को शामिल नहीं होने दिया गया। परिवार को सूचित किया गया था कि उसकी पत्नी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। फिर भी वो वहां मौजूद नहीं थी। गैंगस्टर के बेटे ने उसका अंतिम संस्कार किया। गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) के करीबी माने जाने वाले संजीव जीवा की बुधवार को लखनऊ कोर्ट के अंदर हत्या कर दी गई थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि उस पर कम से कम 8 गोलियां चलाई गई थीं।