VARANASI: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की और पिछले 6 वर्षों (72 महीने) में 100 वीं बार मंदिर का दौरा करने वाले उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने। मुख्यमंत्री 2017 में सत्ता संभालने के बाद से औसतन हर 21 दिन में बाबा विश्वनाथ की पूजा करने और षोडशोपचार विधि के माध्यम से राज्य और देश के लोगों के कल्याण के लिए प्रार्थना करने के लिए मंदिर आ रहे हैं। इस बार वो शुक्रवार को 113वीं बार दो दिवसीय दौरे पर वाराणसी आए थे।
शिवभक्ति से मिलती है योगी आदित्यनाथ को शक्ति
सीएम योगी महीने में कम से कम एक बार काशी आते हैं और अपनी हर यात्रा में शहर में किए जा रहे विकास कार्यों की समीक्षा और फील्ड निरीक्षण करते हैं। पहली बार उत्तर प्रदेश की कमान संभालने के बाद योगी आदित्यनाथ ने 2017 से मार्च 2022 तक 74 बार भगवान विशेश्वर के दर्शन किए और आशीर्वाद लिया था। गौरतलब है कि पिछले साल 9 सितंबर को जब मुख्यमंत्री 100वीं बार वाराणसी आए थे तो उन्होंने 88वीं बार श्रीकाशी विश्वनाथ धाम के दर्शन किए थे। तब से 18 मार्च तक मुख्यमंत्री ने 12 बार मंदिर का दौरा किया।
काल भैरव के भी 100 बार दर्शन कर चुके हैं योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ ने श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में 100 बार पूजा-अर्चना कर न केवल इतिहास रचा है, बल्कि पिछले छह वर्षों में 100 बार काल भैरव मंदिर जाने वाले पहले मुख्यमंत्री भी बन गए हैं। काल भैरव को ‘काशी का कोतवाल’ कहा जाता है। शनिवार सुबह उन्होंने मंदिर में पूजा-अर्चना की और आरती की। उन्होंने मंदिर के बाहर डमरू बजाने वाले एक लड़के से भी बातचीत की और उसकी पढ़ाई के बारे में पूछताछ की। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह सर्किट हाउस के नवनिर्मित भवन का भी निरीक्षण किया। इससे पहले शुक्रवार शाम वाराणसी पहुंचने के बाद सीएम योगी ने विकास कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। सीएम ने करखियांव स्थित इंटीग्रेटेड पैक हाउस, 34वीं वाहिनी पीएसी और रोहनिया थाने में बने बैरक का भी निरीक्षण किया और संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।