उत्तराखंड (Uttarakhand) के चमोली (Chamoli) में भीषण हादसा हुआ है। नमामि गंगे प्रोजेक्ट (Namami Gange Project) की साइट पर करंट फैलने से 15 लोगों की दर्दनाक मौत (15 people died due to electrocution) हो गई। जबकि कई लोग झुलसे हुए हैं। उनका इलाज चल रहा है। हालात गंभीर बनी हुई है। ऐसी आशंका है कि मरने वालों की संख्या और बढ़ सकती है। हादसे में एक सब इंस्पेक्टर और एक कॉस्टेबल समेत दो पुलिसकर्मियों की भी मौत हुई है।

चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना के मुताबिक बीती रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर (Sewage Treatment Plant Complex) में करंट दौड़ गया। हालांकि उनका ये भी कहना है कि ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।
ऐसे फैला करंट और हो गया बड़ा हादसा
चश्मदीद के मुताबित रात में साइट पर रहने वाले केयर टेकर का फोन नहीं लग रहा था तो उनके परिजन साइट पर देखने आए। तब सामने आया कि केयर टेकर की करंट लगने से मौत हुई है। सूचना मिलते ही परिजनों के साथ कई ग्रामीण भी साइट पर पहुंच गए। ये लोग जब पहुंचे तो पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान वहां दोबारा करंट फैल गया। जिसकी चपेट में कई लोग आ गए।

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने करंट से लोगों की मौत के मामले में मजिस्ट्रियल जांच (magisterial inquiry) के आदेश दिए हैं। साथ ही अधिकारियों को घटना की विस्तृत और गहन जांच के भी निर्देश दिए। सीएम धामी ने चमोली के डीएम से घटना की जानकारी ली। सीएम ने कहा कि घायलों को देहरादून लाया जा रहा है। उनके इलाज में कोई कमी नहीं होगी।