सोमवार को देवभूमि उत्तराखंड के मौसम ने एक बार फिर करवट ली। गंगोत्री और बद्रीनाथ धाम में ना सिर्फ बारिश हुई बल्कि बर्फबारी भी हुई। बर्फ की सफेद चादरों ने वादियों को अपनी आगोश में ले लिया। बद्रीनाथ धाम में तो रविवार से ही बर्फबारी का दौर जारी है। बारिश के साथ हुई बर्फबारी से तापमान गोते लगा रहा है। मैदानी इलाकों में भी पहाड़ों पर हुई बर्फबारी और बारिश का असर देखा गया। मैदानी इलाकों में ठंडी हवाएं चलने लगीं। लोगों को ठंड का एहसास होने लगा है।




मौसम विभाग ने उत्तरकाशी, चमोली, चंपावत, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, नैनीताल के लिए चेतावनी जारी की थी। 2500 मीटर से 3500 मीटर की ऊंची पहाड़ियों पर बर्फबारी का पूर्वानुमान लगाया था। मैदानी इलाकों में भी बारिश की संभावना जताई गई थी। मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक 18 से 20 फरवरी तक उत्तराखंड के मौसम में परिवर्तन दिखाई देगा। मौसम विभाग के अनुसार उत्तराखंड में 20 फरवरी तक बर्फबारी हो सकती है। गंगोत्री और बद्रीनाथ धाम समेत वादियों में मौसम विभाग का पूर्वानुमान सटीक साबित भी हुआ है।
साल की तीसरी बर्फबारी से श्रद्धालुओं और पर्यटकों के चेहरे खिल उठे हैं। फरवरी की शुरुआत में साल की पहली और 5 फरवरी को दूसरी बारिश के साथ बर्फबारी हुई थी। जबकि, रविवार को तीसरी बार की बर्फबारी से पर्यटन कारोबारियों में भी खुशी की लहर है। माना जा रहा है कि बर्फबारी से पर्यटन का कारोबार अच्छा हो सकता है। सैलानी बड़ी संख्या में बर्फबारी का लुत्फ उठाने उत्तराखंड का दौरा कर सकते हैं। बद्रीनाथ धाम में बर्फ की मोटी चादरें जम गई है।
