- चीन में विरोध प्रदर्शनों की खबरों को सेंसर करने की कोशिश
- सोशल मीडिया पर चीनी अधिकारियों ने डाले पॉर्न लिंक्स
- प्रोटेस्ट टाइप करने पर दिख रही है अश्लील सामग्री
- विरोध प्रदर्शनों को दबाने की कोशिश में शी जिनपिंग
चीन और इसकी सेंसरशिप मशीनरी में आपका स्वागत है। ट्विटर पर चीन में विरोध सर्च करने पर आपको अश्लील, एस्कॉर्ट सेवाओं और जुए से जुड़ी चीज़ें दिखनी शुरु हो सकती हैं। दरअसल, चीन के अधिकारियों ने विरोध प्रदर्शनों को रोकने के लिए कई तरह के कदम उठाए हैं। इन्हीं में से एक है सोशल मीडिया को अपने हिसाब से रेगुलेट करना। मंगलवार को सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें और वीडियो सामने आए, जिनमें अधिकारी जनता से अपने फोन से प्रदर्शनों की तस्वीरें हटाने के लिए कह रहे हैं। लेकिन, जब इससे भी चीनी अधिकारियों का काम नहीं बना, तो उन्होंने प्रदर्शनों को रोकने के लिए सोशल मीडिया पर पोर्न सामग्री की बाढ़ ला दी।
प्रोटेस्ट (Protest) सर्च करने पर अब पोर्न (Porn) दिखता है !
स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एक चीनी-अमेरिकी शोधकर्ता मेंग्यू डोंग ने बताया कि, चीनी बॉट ट्विटर पर एस्कॉर्ट विज्ञापनों की बाढ़ ला रहे हैं। उनका मुख्य उद्देश्य चीनी उपयोगकर्ताओं को विरोध प्रदर्शनों से जुड़ी जानकारी जुटाने से रोकना है। वाशिंगटन पोस्ट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बड़ी संख्या में चीनी भाषा के ट्विटर अकाउंट एक्टिव हो गए हैं, जिनमें आपत्तिजनक तस्वीरें (लड़कियों की अर्धनग्न तस्वीरें), उत्तेजक वीडियो और एस्कॉर्ट सेवाओं के लिंक डाले जा रहे हैं। इन अकाउंट्स पर करीब से नज़र डालने से पता चलता है कि उनमें से कई सालों पहले बनाए गए थे और निष्क्रिय पड़े थे। इनमें बहुत कम या कोई सामग्री पोस्ट नहीं की गई थी। लेकिन, देश भर में विरोध फैलने के बाद इन्हीं अकाउंट्स से रोज़ाना हजारों पोस्ट शेयर किए जा रहे हैं।
जिनपिंग का माइंड गेम पुराना, आदत में है विरोध प्रदर्शनों को दबाना
दिलचस्प बात ये है कि चीन में ऐसा पहली बार नहीं हो रहा है जब चीन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सच्चाई को सेंसर करने या छिपाने के लिए इस तरह के हथकंडे अपना रहा हो। हांगकांग में 2019 के बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के दौरान भी चीन ने ये झूठ फैलाना शुरु किया था कि वहां विरोध प्रदर्शन अमेरिका की खुफिया एजेंसी CIA की फंडिंग से हो रहे हैं। चीन से जुड़े सोशल मीडिया अकाउंट्स ने ट्विटर और फेसबुक पर हजारों बीजिंग समर्थक पोस्ट और इससे जुड़े विज्ञापनों की बाढ़ ला दी थी।
जिनपिंग के ‘डर्टी गेम’ से नहीं रुकेगी ‘जन क्रांति’!
चीन की तमाम कोशिशों के बावजूद वहां जिनपिंग की ज़ीरो कोविड नीति के खिलाफ लोगों का गुस्सा भड़का हुआ है। कागज़ के टुकड़ों पर जिनपिंग विरोध के शब्दों के साथ लोग सड़कों पर उतर आए हैं। “शी जिनपिंग, नीचे उतरो”, “कम्युनिस्ट पार्टी, नीचे उतरो” और “झिंजियांग को अनलॉक करो, चीन को अनलॉक करो” के नारे लगा रहे हैं। उरुमकी शहर में पिछले सप्ताह आग लगने से 10 लोगों की मौत के बाद चीन में बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हुआ। कई लोगों का मानना है कि कोविड की सख्त पाबंदियों के कारण लोग आग से बच नहीं सके। हालांकि, अधिकारियों ने इस दावे का खंडन किया