पिछले 6 महीनों से पाकिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकी कहर बरपा रहे हैं। 28 नवंबर 2022 को सीज़फायर खत्म करने के बाद से TTP ने 58 आतंकी हमले किए हैं जिनमें 170 से ज़्यादा लोग मारे जा चुके हैं। पाकिस्तान का दावा है कि इन हमलों में से ज्यादातर की प्लानिंग अफगानिस्तान में बैठे TTP के आतंकी आकाओं के द्वारा की गई थी। लिहाज़ा, पाकिस्तान की सरकार ने अफगानिस्तान की तालिबान सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और पाकिस्तान को तालिबान के कोप से बचाने की अपील की। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ और ISI चीफ नदीम अंजुम के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल काबुल पहुंचा और तालिबानी हुकुमत के आगे नाक रगड़ी।
तालिबान की दो टूक, पाकिस्तान को पीना पड़ा बेइज्जती का घूंट
दौरे पर गए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल ने तालिबान के उप प्रधान मंत्री मुल्ला अब्दुल गनी बरादार अखुंद, रक्षा मंत्री मौलवी मोहम्मद याकूब मुजाहिद, आंतरिक मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी और विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने तालिबानी अधिकारियों से अपील की कि, अफगानिस्तान स्थित TTP आतंकियों पर लगाम लगाई जाए। पाकिस्तान के एक अखबार ने दावा किया कि, अफगान नेताओं ने इस मुद्दे पर सहयोग करने के लिए तैयार भी हो गए। लेकिन, सच्चाई तो ये है कि अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत ने पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल को TTP पर लगाम लगाने को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दिया। तालिबान ने सिर्फ कोरा आश्वासन दिया और कहा कि वो देखेंगे इस मामले में क्या कर सकते हैं।
पाकिस्तान पर कब्ज़ा करने की तैयारी में TTP
अफगान तालिबान ने कहा है कि दोनों पक्षों ने आर्थिक सहयोग, क्षेत्रीय संपर्क, व्यापार और द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति पर चर्चा की। मुल्ला बरादर ने पाकिस्तान से राजनीतिक और सुरक्षा चिंताओं को व्यापार या आर्थिक मामलों को प्रभावित करने की अनुमति नहीं देने का आग्रह किया। दरअसल, पिछले चार दिनों से पाकिस्तान-अफगानिस्तान बॉर्डर (तोरखम बॉर्डर) पर पाकिस्तान के 6 हजार से ज़्यादा ट्रक फंसे हुए थे। पाकिस्तान की ओर से गोलाबारी के बाद अफगानिस्तान ने तोरखम बॉर्डर बंद करने का फैसला किया था। इससे पाकिस्तान को तो नुकसान हो ही रहा था, अफगानिस्तान को भी व्यापारिक घाटा उठाना पड़ रहा था। उधर, अफगानिस्तान से तालिबानी लड़ाके पाकिस्तान जा रहे हैं। TTP ने ऐलान किया है कि वो पाकिस्तान पर कब्ज़ा करेंगे।