जिस प्राइवेट आर्मी पर रूस के राष्ट्रपति (Russia President) इतराया करते थे, जिस प्राइवेट आर्मी के बूते वो यूक्रेन (Ukraine) को घुटने पर लाने के दावे किया करते थे, उसी प्राइवेट आर्मी (Private Army) ने पुतिन (Vladimir Putin) की पीठ में छुरा घोंप दिया। रूस में वैगनर ग्रुप (Wagner Group) ने विद्रोह कर दिया है। बताया जा रहा है कि वैगनर ग्रुप के लड़ाकों ने रोस्तोव-ऑन-डॉन (Rostov-on-Don) में रूसी फौज (Russian Army) के मुख्यालय पर कब्ज़ा कर लिया है। इस बड़े घटनाक्रम के बाद रूसी राष्ट्रपति ने वैगनर ग्रुप को अंजाम भुगतने की चेतावनी दी है।
वैगनर ग्रुप के विद्रोह के बाद मॉस्को में सेना अलर्ट
वैगनर ग्रुप के सूमह के विद्रोह को देखते हुए रूस की राजधानी मॉस्को (Moscow) की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। रूस के कई दूसरे बड़े शहरों में भी सेना को अलर्ट मोड पर डाल दिया गया है। वहीं राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने इमरजेंसी मीटिंग (Emergency Meeting) बुलाई। इस मीटिंग के बाद रूस के रक्षा मंत्रालय (Russian Defence Ministry) ने बयान जारी कर कहा कि वैगनर ग्रुप के लड़ाकों को अपनी गलती का आभास हो जाना चाहिए। रूस वैगनर लड़ाकों को उनके बेस कैंप तक सुरक्षित लौटने देगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने दी धमकी
- वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने देशद्रोह किया है। - येवगेनी प्रिगोझिन की अति महत्वाकांक्षा की वजह से वैगनर लड़ाकों ने विद्रोह किया। - रूसी सरकार के खिलाफ विद्रोह करने वालों को कड़ी सज़ा मिलेगी, किसी को बख्शा नहीं जाएगा। - रूस की सेना लोगों की रक्षा करेगी और देश को दोबारा विभाजित नहीं होने देगी। - वैगनर ग्रुप के विद्रोह से यूक्रेन युद्ध पर कोई असर नहीं पड़ेगा, रूसी फौज बहादुरी से लड़ रही है। - प्रिगोझिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया गया है। हथियारबंद बगावत के आरोप में प्रिगोझिन को 20 साल की सज़ा हो सकती है।
वैगनर ग्रुप प्रमुख प्रिगोझिन ने पुतिन के सामने रखी ये शर्त
वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन (Yevgeny Prigozhin) ने रूस के दक्षिणी शहर रोस्तोव में रूसी सेना के मुख्यालय के अंदर होने का दावा किया है। उन्होंने दावा किया की रोस्तोव में वैगनर ग्रुप ने एक हवाई अड्डा समेत कई सैन्य अड्डों पर कब्ज़ा कर लिया है।
वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन की मांग
- रूस के डिफेंस मिनिस्टर सर्गेई शोइगु और रूस के टॉप जनरल वालेरी गेरासिमोव रोस्तोव-ऑन-डॉन में उनसे मिलने आएं। - प्रिगोझिन ने धमकी देते हुए कहा है कि, अगर शोइगु और गेरासिमोव रोस्तोव नहीं आते तो उनकी ब्रिगेड मॉस्को की ओर कूच करेगी।
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क्या है वैगनर ग्रुप का इतिहास?
वैगनर ग्रुप को PMC वैगनर के रूप में भी जाना जाता है। वैगनर ग्रुप को एक निजी सैन्य कंपनी (PMC), भाड़े के सैनिकों का एक नेटवर्क या रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की निजी सेना के रूप में पहचाना जाता है। वैगनर ग्रुप में नव-नाज़ियों और दूर-दराज़ के चरमपंथियों को शामिल किया गया है। ये समूह यूक्रेन के डोनबास में युद्ध के दौरान सामने आया। डोनबास में इसने 2014 से 2015 तक डोनेत्स्क और लुहान्स्क पीपल्स रिपब्लिक की अलगाववादी ताकतों की मदद की। कहा जाता है कि इस ग्रुप ने दुनिया भर में विभिन्न संघर्षों में भाग लिया है, जिसमें सीरिया, लीबिया, मध्य अफ्रीकी गणराज्य (CAR) और माली में गृह युद्ध शामिल हैं। वैगनर ग्रुप पर युद्ध में बर्बरता, नागरिकों के बलात्कार और डकैती के आरोप लगते रहे हैं।