रूस-यूक्रेन के बीच पिछले एक साल से जारी युद्ध अब और भीषण होने की ओर बढ़ रहा है। रूस के हमलों से परेशान यूक्रेन की सेना ने अब हल्ला बोलने का मन बना लिया है। यूक्रेन की सेना ना सिर्फ अपने इलाकों को बचाने की कोशिश कर रही है। बल्कि रूस में घुसकर हमले भी कर रही है। रूस के दक्षिणी और पश्चिमी इलाकों में यूक्रेन से लगती सीमा के पास और देश के काफी अंदर तक ड्रोन हमले हुए। यूक्रेन सीमा के पास रूस के तुआप्स में एक ऑयल डिपो पर भी बमबारी की गई। जिसके बाद वहां आसमान में आग का गोला और धुआं नज़र आया। हालांकि, यूक्रेन ने इस हमले की सीधे तौर पर जिम्मेदारी तो नहीं ली, लेकिन इससे इनकार भी नहीं किया।
खबरों के मुताबिक..
- एक ड्रोन मॉस्को से सिर्फ 100 किलोमीटर की दूरी पर गिर पड़ा मिला
- यही नहीं रूसी टीवी चैनलों और रेडियो स्टेशनों को भी हैक कर लिया गया
- जबकि सेंट पीटर्सबर्ग हवाई अड्डे को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया
रूस ने दावा किया कि तीन ड्रोन से बेलगॉरॉद क्षेत्र को भी निशाना बनाया गया। जिसमें से एक ड्रोन एक अपार्टमेंट की खिड़की को तोड़ते हुए बाहर निकल गया। ड्रोन ने इमारतों और कारों को नुकसान पहुंचाया, लेकिन कोई हताहत नहीं हुआ।
मंगलवार रात को रूसी शहरों पर ड्रोन हमलों की झड़ी लगने के बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन बौखला उठे। उन्होंने इन हमलों के लिए सीधे पर तौर यूक्रेन को जिम्मेदार ठहराया। पुतिन ने अपने अधिकारियों को यूक्रेन से लगती सीमा पर चौकसी बढ़ाने के आदेश भी दे दिए। पुतिन ने अपनी खुफिया एजेंसी FSB को देश में छिपे गद्दारों को खोज निकालने का हुक्म भी दिया। दरअसल, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा था कि पुतिन को उन्हीं का कोई करीब बहुत जल्द मार देगा। जिसके बाद ना सिर्फ पुतिन की सुरक्षा बढ़ा दी गई है, बल्कि उनके खिलाफ साज़िश रचने वाले भेदिए की तलाश की जा रही है।
रूस के साथ बढ़ते तनाव के कारण सुरक्षा चिंताओं के मद्देनजर, हंगेरियन एयरलाइन Wizz Air ने ब्रिटेन से मोल्दोवा के लिए अपनी सभी उड़ानें निलंबित करने की घोषणा की है, जो तीन तरफ से यूक्रेन के साथ सीमा साझा करती है। यह कार्रवाई मोल्दोवन के राष्ट्रपति मयई संडू द्वारा रूस पर प्रदर्शनकारियों के रूप में प्रस्तुत व्यक्तियों का उपयोग करके देश के यूरोपीय समर्थक प्रशासन को उखाड़ फेंकने का प्रयास करने का आरोप लगाने के बाद सामने आई है।