इस्लामाबाद की एक जिला एवं सत्र अदालत ने बुधवार को मुर्री पुलिस को अवामी मुस्लिम लीग (AML) के प्रमुख और PTI के सहयोगी शेख राशिद की एक दिन की ट्रांजिट रिमांड दे दी। रशीद को इस्लामाबाद पुलिस ने पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के खिलाफ टिप्पणी करने के लिए 2 फरवरी को गिरफ्तार किया था। बाद में गिरफ्तारी के समय एक पुलिस अधिकारी के साथ हाथापाई करने के लिए मुर्री (Murree) पुलिस स्टेशन में उनके खिलाफ एक और मामला दर्ज किया गया था।
राशिद पर इमरान का साथ छोड़ने का दबाव ?
आज (बुधवार) को सुनवाई से पहले पूर्व गृह मंत्री को कड़ी सुरक्षा के बीच अदालत लाया गया। कार्यवाही शुरू होते ही शेख राशिद के वकील अली बुखारी और इंतिजार पंजोटा और अभियोजक ने अपनी दलीलें पेश कीं। दोनों पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने पुलिस को निर्देश दिया कि रशीद को कल दोपहर 2 बजे तक मुर्री की संबंधित अदालत में पेश किया जाए। शेख राशिद के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में उन्हें अदालत के बाहर संवाददाताओं से बात करते हुए दिखाया गया है। सुनवाई से पहले उन्होंने कहा, ‘वो चाहते हैं कि मैं वफादारी बदल लूं।’
राशिद ने शहबाज़ शरीफ सरकार पर लगाए गंभीर आरोप
सुनवाई पूरी होते ही राशिद के ट्विटर अकाउंट से एक और ट्वीट किया गया। उन्होंने आरोप लगाया की…
"उन्होंने इमरान खान को अयोग्य घोषित करने का फैसला किया है। वो मुझे इमरान का साथ छोड़ने के लिए कह रहे हैं। मुझे बताया गया कि प्रांतीय और केंद्रीय चुनाव एक साथ होंगे। जब कोई मुझसे मिलने आता है तो मेरी आंखों पर पट्टी बांध दी जाती है और मेरे हाथ बंधे होते हैं। वो पीटीआई के भीतर से एक और पार्टी बनाना चाहते हैं। उन्होंने मेरे मामलों की जांच नहीं की।''
बुधवार को सुनवाई की शुरुआत में राशिद ने कहा था कि उनके खिलाफ फर्जी मामला दर्ज किया गया है। हालांकि इस दौरान उन्होंने पुलिसवालों को अपना भाई भी बताया था। जबकि, जेल को अपना ससुराल बताते हुए कहा कि वो शहबाज शरीफ सरकार को नेस्तेनाबूद कर देंगे।