पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का कत्ल-ए-आम थमने का नाम ही नहीं ले रहा। गुरुवार को एक हिंदू डॉक्टर की टारगेट किलिंग के बाद आज एक सिख व्यवसायी को दिनदहाड़े मार दिया गया। जानकारी के मुताबिक सिख व्यापारी दयाल सिंह पेशावर में राशन की दुकान चलाते थे। वो अपनी दुकान पर ही थे कि बाइक सवार अज्ञात शख्स ने उनपर गोलियां चला दीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। अबतक पेशावर पुलिस इस वारदात में शामिल हमलावर की पहचान नहीं कर पाई है, और ना ही इस मामले में कोई गिरफ्तारी हुई है।
सिख व्यापारी के रिश्तेदारों की भी हो चुकी है हत्या
पता चला है कि मई 2022 में दयाल सिंह के दो रिश्तेदारों को भी इसी तरह कत्ल कर दिया गया था। उनके रिश्तेदारों कुलजीत सिंह और रंजीत सिंह की पेशावर में ही हत्या की गई थी। लेकिन, दयाल सिंह की हत्या के बाद पेशावर में रह रहे सिख समुदाय में खौफ पसर गया है। बताया जा रहा है कि यहां के सिख परिवार दूसरी जगह शिफ्ट होने का मन बना रहे हैं।
कराची में हिंदू डॉक्टर को गोलियां से भूना
पेशावर से स्वात और लाहौर से इस्लामाबाद तक अल्पसंख्यकों की जान की कोई कीमत नहीं। गुरुवार को ही अज्ञात बंदूकधारियों ने कराची के नामचीन आई सर्जन डॉक्टर बीरबल जेनानी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बीरबल जेनानी कराची महानगर निगम के पूर्व स्वास्थ्य निदेशक थे। उनका समाज में अच्छा रसूख था। लेकिन इसके बावजूद वो टारगेट किलिंग का शिकार हो गए। खबरों के मुताबिक जब वो रामस्वामी से अपने सहायक डॉक्टर के साथ गुलशन-ए-इकबाल की ओर जा रहे थे तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनकी कार को निशाना बनाया। उनके सिर में दो गोलियां लगीं और मौके पर ही उनकी मौत हो गई।